10 SEO on Page Techniques Growth Your Rankings 2019 Hindi

नमस्कार दोस्तों! आज हम आपको ऐसी 10 ताकतवर Seo Techniques सिखाने वाले है जिनको अपना कर आप अपने On-Page Seo को और भी बेहतर बना सकते है।

आप इन बताई गयी गयी Techniques को अपनी Website के सभी पेजों पर लागू कर इसका प्रभाव स्वयं देख सकते है।

२००8 के बाद On-Page Seo में काफी बदलाव आया है। उस समय On-Page Seo केवल Keyword पर केंद्रित हुआ करता था और Digital Market केवल अच्छे Keyword ढूंढने में लगे रहते थे जिससे उन्हें Keyword डेंसिटी (Keyword Density) में फ़ायदा मिल सके।

पर आज, Google के हम्मिंगबर्ड (Hummingbird) और रैंकब्रेन (Rankbrain) अपडेट्स के पश्चात On-Page Seo उतना सरल नहीं रहा।

पर एक चीज बिल्कुल भी नहीं बदली है – वह है आपके Page को ऑप्टिमाइज़ (Optimize) करने का सही तरीका और गलत तरीका। और आज हम आपको On-Page Seo करने का सही तरीका बताने वाले है।

तो चलिए शुरुआत करते है –

1. Small यूआरएल (Url) का प्रयोग करें

BANKLINK (Backlinko) द्वारा 1० लाख Web पेजों पर किए गए सर्वेक्षण के अनुसार छोटे यूआरएल वाले Web Page लम्बे यूआरएल की तुलना में कही बेहतर रैंक करते है।

उदाहरण के लिए आपने “How To Drive A Car Easily” विषय पर ब्लॉग पोस्ट लिखा है तो अपने Page का यूआरएल Abc.Com/How-To-Drive-A-Car-Easily की बजाय Abc.Com/Easy-Car-Driving रखें।
2. Apne Target Keyword Ko Url Me Dale

आप जिस किसी Keyword के लिए अपने Page को ऑप्टिमाइज़ कर रहे है, उस Keyword को अपने यूआरएल में जरूर रखें। ऊपर बताए गए उदाहरण के अनुसार अगर आप अपने Page को “Car Driving” के लिए ऑप्टिमाइज़ कर रहे है तो आपके यूआरएल में यह Keyword होना आवश्यक है।
3. Lsi Keyword का इस्तेमाल करें

Lsi का अर्थ है Latent Semantic Indexing – Lsi Keyword के माध्यम से सर्च इंजिन्स को आपके कंटेंट को समझने में मदद मिलती है।

उदाहरण के लिए अगर आप भारतीय क्रिकेट के इतिहास पर ब्लॉग पोस्ट लिख रहे है तो सोचिए कितना अजीब होगा यदि आप उस पोस्ट में वर्ल्ड कप, कपिल देव, सचिन तेंदुलकर, महेंद्र सिंह धोनी, आईपीएल, इडन गार्डन, वानखेड़े जैसे शब्दों का प्रयोग ही ना करें।
Lsi Keyword के उपयोग से Google को आपके विषय के बारे में प्रासंगिक जानकारी मिलती है इसलिए इनका उपयोग जरूर करें।

Lsi Keyword कैसे ढूंढें?

अगर आप अपना टारगेट Keyword Google में डाल कर Page के अंत तक स्क्रोल करेंगे तो रिलेटेड सर्च (Related Searches) में जो शब्द आपको बोल्ड में दिख रहे है वे बेहतरीन Lsi Keyword का काम करेंगे। इस शब्दों का अपने कंटेंट में अलग अलग जगह पर उपयोग करे।
4. लंबा कंटेंट लिखें

पूर्व में उल्लेख की गयी BANKLINK के सर्वेक्षण के अनुसार औसतन १९०० से २००० शब्दों के ब्लॉग पोस्ट छोटे पोस्ट की तुलना में बेहतर रैंक करते है।

क्यों?

लम्बे कंटेंट में Lsi Keyword की संख्या अधिक होती है।
Google प्राकृतिक रूप से लम्बे कंटेंट को प्राथमिकता देता है।

ध्यान रखिए, Google अपने यूसर्स को किसी भी Keyword हेतु सबसे बेहतरीन रिजल्ट दिखाना चाहता है, और अगर आपका Page यूसर के प्रश्न का सबसे अच्छा एवं विस्तारित उत्तर देता है तो वह आपको पहले Page पर प्राथमिकता देगा।
5. अपने टाइटल टैग तो क्लिक थ्रू रेट (Click-Through-Rate) के लिए ऑप्टिमाइज़ करें

आपको शायद ये तो पता ही होगा कि टारगेट Keyword को यूआरएल में डालना चाहिए पर शायद ये पता नहीं होगा की उस Keyword को अपने टाइटल टैग में भी डालना चाहिए।

क्यों?

क्योंकि यह एक बहुत बड़ा रैंकिंग घटक (Factor) है। Google के एक इंजीनियर ने स्वयं इस बात की पुष्टि की है।

अगर यूसर्स सर्च करने के पश्चात आपके सर्च रिजल्ट पर क्लिक कर रहे है तो Google को ये सन्देश मिल रहा है कि उस Keyword के लिए आपका Page अन्य लिस्टिंग से बेहतर कंटेंट प्रदान कर रहा है।

इसलिए वह आपको रैंकिंग में प्राथमिकता प्रदान करेगा।
अच्छे क्लिक थ्रू हेतु टाइटल कैसे लिखे?

अपने टाइटल में हमेशा अंकों का प्रयोग करें – अंकों के उपयोग से आप अपनी लिस्टिंग की ओर पाठक का ध्यान प्रभावी रूप से आकर्षित कर सकते है। उदाहरण के लिए
अपनी बाइक के माइलेज बढ़ाने के ५ आसान तरीकें, ६ आसान स्टेप्स में अपना वजन घटाएं , किचन साफ़ करने हेतु ९ प्रभावी टिप्स इत्यादि।
एक स्टडी के अनुसार अंको वाले शीर्षक, अन्य हैडलाइन की तुलना में ३६% ज्यादा क्लिक प्राप्त करते है।

टाइटल में ब्रैकेट का उपयोग करें – हबस्पॉट (Hubspot) द्वारा ३० लाख हैडलाइन के सर्वेक्षण से ज्ञात हुआ है की ब्रैकेट वाले हैडलाइन अन्य हैडलाइन की तुलना में ३८% अधिक क्लिक्स प्राप्त करते है। उदाहरण – बाइक के माइलेज बढ़ाने के ५ आसान तरीकें (जो काम करते है), ६ आसान स्टेप्स में अपना वजन घटाएं (४ हफ़्तों में), किचन साफ़ करने हेतु ९ प्रभावी टिप्स (प्रमाणित) इत्यादि।

6. बाह्य लिंक्स (External Links) का प्रयोग करें

हाल ही में की गयी एक दिलचस्प स्टडी में एक कंपनी ने एक Keyword जिसके लिए एक भी सर्च नहीं था उसके लिए १० Website बनाए।

उसमें से ५ में बाह्य लिंक्स थे और ५ में नहीं। परिणाम यह था कि वो ५ Page जिसमें बाह्य लिंक्स थे उन्होंने अन्य ५ पेजों को रैंकिंग में काफी पीछे छोड़ दिया।

इससे ये स्पष्ट होता है कि Google बाह्य लिंक्स को एक महत्वपूर्ण रैंकिंग फैक्टर मानता है।

इसलिए अपने Web Page में कम से कम २ से ५ बाह्य लिंक्स जरूर डालें और आप देखेंगे कि आपको इससे रैंकिंग में जरूर मदद मिलेगी।

7. आतंरिक लिंक्स (Internal Links) का प्रयोग करें

जब भी आप कोई नया पोस्ट पब्लिश करें उसमे अपने वर्त्तमान पेजों की २-५ लिंक जरूर डालें। पर ध्यान रहे, केवल उन Web पेजेस की लिंक डालें जिनके लिए आपको Google में रैंक करना है।

आतंरिक लिंक्स केवल डालना है इसके लिए कतई ना डालें। आतंरिक लिंक्स का उपयोग समझदारी से करें।
8. अपनी साइट (Site Speed) स्पीड बढ़ाएं

अपने कुछ ही रैंकिंग फैक्टर्स को Google ने सार्वजनिक रूप से स्वीकार किया है। Page स्पीड उन्ही फैक्टर्स में से एक है। अपनी Website की लोडिंग स्पीड बढ़ा के आप रैंकिंग में भी बढ़त पा सकते है।
अपनी साइट की स्पीड कैसे बढ़ाएं

एक अच्छे Web होस्टिंग कंपनी के साथ होस्ट करें। सस्ती कंपनी के साथ होस्ट करना आपको काफी महँगा पड़ सकता है।
Cdn अथवा कंटेंट डिलीवरी नेटवर्क (Content Delivery Network) का उपयोग करें। Cdn का यह फायदा है कि यह आपकी Website को यूसर्स को उनके पास के क्षेत्र से प्रस्तुत करता है। इसकी वजह से आपकी Website काफी तेजी से लोड होती है।

9. अपने कंटेंट में मल्टीमीडिया (Multimedia) का प्रयोग करें

अपने पोस्ट अथवा Page में स्क्रीनशॉट, इमेज, इन्फोग्राफिक एवं वीडियो का प्रयोग करने से पाठक को आपके कंटेंट को पढ़ने में ज्यादा मजा आएगा।

यूसर एक्सपीरियंस Google के लिए काफी महत्वपूर्ण है। अगर आपके Page का बाउंस रेट ज्यादा है मतलब यूसर्स आपके Page पर ज्यादा समय नहीं बिता रहे है। ऐसा होने पर Google आपकी रैंकिंग गिरा देता है।

इसके विपरीत यदि यूअर्स आपके Page पर ज्यादा समय व्यतीत कर रहे है तो Google आपको रैंकिंग में प्रमोट करेगा।

आशा है दोस्तों आपको इन On-Page Seo टिप्स से फ़ायदा होगा।

आपके कमैंट्स का स्वागत है। धन्यवाद!

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